मसूरी में सैर करने की जगह और किस समय जाना चाहिए ||Sightseeing in Mussoorie and when to visit

 Govind Soni
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Mussoorie me ghumane ki jankari: मसूरी पर्यटन स्थल उत्तराखंड राज्य में स्थित है। यह मनाली कि तरह हील स्टेशन है। मसूरी को पहाड़ों की रानी के नाम से प्रसिद्ध है।

 मसूरी में झरने, बहुत सारे मंदिर, ऊंचे-ऊंचे पहाड़, झील और भगवान द्वारा प्रदत्त प्राकृतिक सुंदरता, जो लोगों को यहां पर आने के लिए आकर्षित एवम् आनंदित करती है।


Mussoorie me ghumane ki jankari


गर्मी की छुट्टियां बिताने के लिए मसूरी प्रसिद्ध जगह है। प्रति वर्ष यहां पर लाखों पर्यटक मसूरी में प्रकृति का आनंद उठाने के लिए आते हैं।

अगर आप भी मसूरी की सैर करने का प्लान बना रहे हैं, तो जाने से पहले आपको जानकारी होनी चाहिए कि मसूरी में भ्रमण करने लायक कौन कौन से स्थल है? (Mussoorie Tourist Places in Hindi)

  • मसूरी किस के लिए प्रसिद्ध है?
  • मसूरी की खाने में कोणासी चीज प्रसिद्ध है?
  •  मसूरी सैर करने का खर्चा कितना आयेगा? 
  •  मसूरी में ठहरने की व्यवस्था कहा और कैसी है?
  • मसूरी में घूमने के स्थल और यातायात के साधन की सुविधा कैसी है?

अगर आप उपर्युक्त सवालों के जवाब के बारे में जानना चाहते हैं, तो इस पोस्ट को पूरा अवश्य पढ़े। इस पोस्ट मे आपको मसूरी की यात्रा एवम् भ्रमण की जानकारी देने वाले हैं।


मसूरी में सैर करने के स्थल, मसूरी का खर्चा और जाने का समय | Mussoorie me ghumane ki Jankari 


मसूरी की खूबसूरती के रोचक तथ्य

मसूरी पर्यटको को सबसे ज्यादा पसंद किया जाने वाला भारत का पांचवा हिल स्टेशन है।
मसूरी का नामकरण ब्रिटिश शासन काल में मिलिट्री के अधिकारी द्वारा रखा हुआ है ।

 ऐसा भी माना जाता है, कि 18 वी सदी में ब्रिटिश मिलिट्री ऑफिसर छुट्टी बिताने के लिए, ठंडे और हिल स्टेशन तलाश कर रहे थे। 

तब उन्हें यह जगह पहाड़ी इलाके में स्थान मिला। यहां पर बहुत सारे मसूर के पेड़ थे ।मसूर के पेड़ो को देखकर, ब्रिटिश ऑफिसर ने इस स्थान का नाम मसूरी रखा गया।

मसूरी में भारत की सबसे महंगी स्कूल वुडस्टॉक यही पर स्थित है। बात करे फीस की तो क्लास 12वीं की वार्षिक फीस 1800000+ है। 

मसूरी का म्यूजियम, वैक्स म्यूजियम बहुत प्रसिद्ध है, जिसके अंदर गांधीजी, अमिताभ बच्चन, माइकल जैक्सन समेत दुनिया के बड़े-बड़े लोगों की मोम की पुतले बने हुए हैं। जो देखने में असली इंसान के हुबहू दिखाते हैं।

मसूरी में सैर करने लायक जगह (Mussoorie Tourist Places in Hindi)


केम्पटी फॉल्स

मसूरी से 15 किमी दूर केम्प्टी फॉल्स दूधिया पानी का खूबसूरत झरना है। यह चारों ओर से पहाड़ों से घिरा हुआ, खूबसूरत वादियों का झरना है। 

यह जल प्रताप साल भर ऐसे ही रहता है। झरना 40 फीट की ऊंचाई से गिरता है। इसकी समुद्र तल से ऊंचाई 45 सौ फीट के आसपास है। इस वादी का यह सबसे बड़ा झरना है। 

मई से अगस्त के महीने में यहां जाना सबसे अच्छा उपयुक्त समय है। यहां पर रोपवे की भी सुविधा मौजूद है। 

क्राइस्ट चर्च

 इस चर्च का निर्माण ब्रिटिश काल में 1857 ई. में नियो गोथिक कला में किया गया था। क्राइस्ट चर्च हिमालयी पर्वतमाला का सबसे पुराना चर्च है।

क्राइस्ट चर्च शानदार वास्तुकला का उदारन देखने को मिलता है। क्राइस्ट चर्च को बहुत ही शानदार तरीके से तराशा गया है। जिसकी खूबसूरत सजावट, पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती हैं। 

जॉर्ज एवरेस्ट हाउस

जॉर्ज एवरेस्ट हाउस Mussoorie के गांधी चौक से लगभग 6 किलोमीटर की दूरी है। जो एक हेरिटेज बिल्डिंग भवन है। 

युवाओं के बीच George Everest Peak कैंपिंग, पिकनिक और एडवेंचर आउटिंग के लिए पहली पसंद बन गया हैं। पर्यटकों को बहुत लुभा रहा हैं।
 
इस स्थल से तरफ दून घाटी एवम् अगलर नदी घाटी का मनोरम दृश्य देखने को मिलता है।

मसूरी का लाल टिब्बा

लंढौर क्षेत्र में पड़ने वाला लाल टिब्बा मसूरी का सबसे ऊंचा स्थान है। जो मसूरी लाइब्रेरी बस स्टैंड से 5.5 किलोमीटर की दूरी पर है। 

सूर्योदय और सूर्यास्त के समय लाल टिब्बा से दिखने पर, सूर्य लाल रंग का दिखता है, उसने साथ यह टिब्बा भी लाल रंग की लालिमा देखने को मिलती है। यहां काफी सुंदर मनोरम दृश्य होता है।

मसूरी का कंपनी बाग

मसूरी का कंपनी बाग जिसको म्युनिसिपल गार्डन के नाम से भीं जाना जाता है। सालो पहले बोटैनिकल गार्डन के नाम से जानते थे। 

यह मसूरी का कंपनी बाग लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकैडमी के नजदीक हैप्पी वैली में स्थित है। मसूरी का कंपनी बाग मसूरी का प्रमुख पिकनिक स्थल है, यहा पर लोग पिकनिक मनाने आए है।

 इस गार्डन के अंदर बहुत सारे प्रकार के फूल है। मसूरी का कंपनी बाग में बड़ी-बड़ी हस्तियों की मोम की प्रतिमाए बनी हुई है। जो इंसान के हुबहू लगती है।

 इसके अलावा गार्डन की हर प्रकार की एक्टिविटी यहां मौजूद है। खाने पीने के लिए रेस्टोरेंट्स भी है। बच्चों के खेलने की एडवेंचर की एक्टिविटीज भी यहां मौजूद है। 

एक प्रकार की फैमिली के लिए कंप्लीट पिकनिक मनाने का प्रमुख एवं पसंदीदा स्थल है।

हाथीपांव

मसूरी का हाथीपांव शांतिपूर्ण और शांत एक गांव के बीच, हरी भरी पहाड़ी के शिखर पर है। यह जगह घने जंगल वादियों वाला है। 

प्रकृति प्रेमी पर्यटको के लिए बेहद आकर्षक एवम् रोमांचकारी जगह है। हाथीपांव से हिमालय के बर्फ से ढके लुभावने और स्वर्गीय पहाड़ों का दृश्य आनंद विभोर कर देता है।

 हाथीपांव आने वाले सैलानियों में माउंटेन बाइक का क्रेज बहुत होता है।

मसूरी के प्रसिद्ध भोजन

सैलानी मसूरी हिल स्टेशन के सुंदर नजारों को देखने का आनंद लेने के बाद मसूरी के स्वादिष्ट खान पान का लुप्त उठाते हैं। 

उत्तराखंड के हिल स्टेशन मसूरी में बहुत सारे रेस्तरां, फूड स्टॉल और कैफे हैं, जहां पर आपको मसूरी का लजीज व्यंजन परोसा जाता हैं।

 मसूरी में चीन, भारत और यूरोपिये देशों के व्यंजन भी देखने एवम् खाने को मिल जाते हैं। जिनका स्वाद खाने में बेहद ही लजीज होता है। मसूरी के कुछ प्रसिद्ध स्थानिय भोजन एवम् स्वादिष्ट व्यंजन इस प्रकार है।

आलू के गुटके

आलू के गुटके उत्तराखंड का सबसे प्रसिद्ध व्यंजन है। आलू के गुटके डिश यह उत्तराखंड के हर कोने में देखने को मिलती है। 

इसके बिना जितने भी त्यौहार एवम् फैमिली फंक्शन होते हैं, उसमें इस व्यंजन को विशेष तौर पर परोसा जाता है। उत्तराखंड के अलग-अलग क्षेत्रों में इसको बनाने का अलग अलग अंदाज हो सकता है।

 आलू के गुटके इतना लजीज और स्वादिष्ट होता है, कि एक बार खाने के बाद आपको बार-बार खाने को मन करेगा। इस व्यंजन के अंदर बहुत कम मसालों के इस्तेमाल से बनाया जाता है। 

विशेष तौर पर इसे दाल, चावल एवम् भांग की चटनी के साथ खाने का आनंद लिया जाता है।

फानू

 फानू भोजन गढ़वाल क्षेत्र में उत्पन्न हुआ स्वादिष्ट व्यंजन है। लेकिन मसूरी हिल स्टेशन में पर्यटकों के अत्यधिक आने के कारण, अब यह व्यंजन मसूरी में भी मिलता है। 

यह व्यंजन अनेकों किस्म की दालो को मिक्स करके तैयार किया जाता हैं। जो खाने में पौष्टिक और अत्यधिक स्वादिष्ट होता है। 

विशेष तौर से चावल के साथ परोसा जाता है। फानु को रोटी के साथ भी खाया जा सकता है।

भांग की चटनी

भांग की चटनी - आपके मन में ऐसा लग रहा होगा, कि यह नशीली भांग की चटनी होगी। यह हैं तो भांग की चटनी, इसमें बिल्कुल भी नशा नहीं होता है।

 उत्तराखंड सभी घरों में खास तौर पर यह चटनी साइड डिश के रूप में परोसी जाती है। भांग की चटनी खाने में ताजा सुगंध और स्वाद जोड़ती है।

मोमोज

 मोमोज को तो भारत के कई शहरों में फूड स्टॉल पर मिल जाता है। लेकिन मसूरी के सड़कों पर फूड स्टॉल पर मिलने वाला मोमोज काफी स्वादिष्ट होता है। यह प्रमुख रूप से तिब्बती व्यंजन है । 

तिब्बती लोगो द्वारा मसूरी लाया गया था। मोमोज पहाड़ी स्वादिष्ट व्यंजन है, जिसे तीखी चटनी के साथ ही परोसा जाता है। यह वेज (शाकाहारी) और नॉनवेज दोनो तरह का होता है।

 शाकाहारी मोमोज को गाजर, पत्ता गोभी, शिमला मिर्च जेसे मसालों को भूंन कर, फिर इसे मसालों के साथ मैदे के आटे में स्टफ कर दिया जाता है। 

इसके बाद स्टीम या फिर तल दिया जाता है। जब मसूरी की सैर करने जाएं तो मोमोज के स्वाद का आनंद जरूर चखे।

काफुली

काफुली मसूरी का पारंपरिक और काफी प्रसिद्ध व्यंजन है। जिसे सर्दियों के मौसम में बनाया जाता है। इसे पालक और मैथी के पत्तो से बनाया जाता है। 

यह एक तरह की सब्जी होती है। परंतु खाने में काफी स्वादिष्ट होती है। यह सर्दियों की मौसम का खास व्यंजन हैं। 

मसूरी की सैर के लिए 4 दिन का प्लान बनाएं

 मसूरी सैर करने के लिए आप स्वयं के बजट के अनुसार तय कर सकते हैं। अगर आप मसूरी के सभी पर्यटन स्थलों को निहारना चाहते हैं, तो आपको कम से कम 4 दिन मसूरी में रहना जरूरी है। 

तब जाकर आप मसूरी हिल स्टेशन के सभी पर्यटक स्थलों अच्छी तरह से निहारने का मौका मिलेगा। 
अगर मसूरी की बात करे तो घूमने लायक बहुत स्थल है।

 पहले दिन आप इन स्थलों की सैर कर सकते है 
  1. केम्पटी फॉल
  2.  मसूरी लेक
  3.  भट्टा फॉल
  4.  गन हिल
  5.  मॉल रोड 
दूसरे दिन आप की बात करे तो
  1. धनौल्टी
  2. सुरकुण्डा देवी मंदिर
  3.  ग्रीन एडवेंचर 
तीसरे दिन का प्लान 
  1. कंपनी गार्डन
  2. क्लाउड एन्ड
  3. लाल टिब्बा
  4. पिक्चर पैलेस
  5. जॉर्ज एवेरस्ट
  6. पिक्चर पैलेस
  7.  झाड़ीपानी घूमने 
इस प्रकार आप यात्रा का प्लान कर सकते है।

मसूरी सैर करने किस समय जाना चाहिए 

मसूरी की बात करें तो में ज्यादातर पर्यटक गर्मी के मौसम यानी मई और जून माह में सैर करना पसंद करते हैं। 

गर्मियों के मौसम में ही लोग पहाड़ी इलाकों और हील स्टेशन की यात्रा का आनंद लेना पसंद करते हैं। गर्मी के मौसम में मसूरी हिल स्टेशन पर काफी भीड़ रहती है, जिसके कारण काफी समस्याओं के साथ होटल और रेस्टोरेंट के सर चार्ज भी बढ़ जाते हैं।

खाने-पीने के साथ शॉपिंग की चीजो के भी दाम बढ़ा देते हैं। बारिश के मौसम में यहां पर अत्यधिक बारिश होती है। सर्दी के मौसम के टाइम अक्टूबर नवंबर के महीने में यहां पर बहुत कम भीड़ होती है। 

इस समय होटलों के किराए में भी काफी कमी होती है। और खाने-पीने के अलावा शॉपिंग की चीजें भी थोड़ी बहुत सस्ती मिलती है।  

मसूरी की सैर करने कैसे जाएं?

मसूरी की यात्रा आप अपने बजट के हिसाब से विकल्प चुन सकते है। सड़क, ट्रेन और हवाई यात्रा। 

 मसूरी का निकट रेलवे स्टेशन देहरादून एवम् ऋषिकेश हैं। इन रेलवे स्टेशन से मसूरी की दूरी 28 किमी है। 

आप इन दोनों रेलवे स्टेशन में से किसी भी एक स्टेशन को चुन सकते हैं। 

अगर सड़क मार्ग की बात करें, तो मसूरी या देहरादून के लिए देश के प्रमुख बड़े शहरों से, लगभग बसों की सुविधा हर समय उपलब्ध रहती हैं। देहरादून से बस या टैक्सी के माध्यम से मसूरी पहुंचा जा सकता हैं।

अगर हवाई यात्रा की बात करें तो मसूरी से 50 किलोमीटर दूर देहरादून में हवाई अड्डा है।
देश के किसी भी बड़े शहर से आप देहरादून तक हवाई यात्रा से आ सकते हैं।

 उसके बाद आप टैक्सी या बस के द्वारा मसूरी जा सकते हैं। यह यात्रा थोड़ी महंगी हो सकती हैं।

मसूरी में रहने एवम् खाने पीने की व्यवस्था 

मसूरी की सैर करने के लिए अगर आप जाये, तो वहां पर माल रोड और गांधी चौक के अंदर ऐसे काफि होटल है। जहां आप सस्ते बजट में रुक सकते हैं। 

वहां की बात करें तो लगभग किराया ₹600 के आसपास से शुरू होता है। इसके साथ-साथ वहां पर रेस्टोरेंट की भी काफी अच्छी व्यवस्था है, जो खाने पीने के सामान की सुविधा उपलब्ध है।

बात करें गर्मियों के मौसम की तो मसूरी हिल स्टेशन पर काफी भीड़ रहती है। जिसकी वजह से रहने या खानपान की चीजों के भाव में बढ़ोतरी हो सकती हैं। 

इसके अलावा आप मसूरी घूमने के लिए यहां पर कार रेंट ले सकते हैं, और बाइक रेंट की भी व्यवस्था उपलब्ध है।

मसूरी की सैर करने का कुल खर्च

मसूरी सैर करने का खर्च आप कितने दिनों के प्लान के साथ जाना चाहते हैं, उसके हिसाब से खर्चा हो सकता है। आप मसूरी पर लंबे ट्रिप के लिए जा रहे हैं।

तो आपक खर्च भी ज्यादा आएगा। यदि आप मसूरी की सैर करने 4 दिनों के लिए जाते हैं, और वो भी अकेले तो किसी भी होटल में ठहरने का खर्च 2500 से 4000 रूपये के बीच तक आ सकता है।

रुकने के अलावा खाने के खर्च की बात करे तो 1500 से 2500 ₹ तक का खर्चा लग सकता है। इसके साथ आप पब्लिक ट्रांसपोर्टेंशन से जाते तो उसका खर्चा भी शामिल करना होगा।

इसके अलावा आप घर से किस माध्यम से मसूरी आना चाहते हैं। अगर आप हवाई जहाज के माध्यम से आते हैं, तो 7000 से 10000 ₹ के बीच किराया लग सकता है। 

अगर आप बस से आते हैं, तो अनुमान 1000₹ से लेकर 3000₹ के बीच, जितनी आपकी दूरि होगी उसीके हिसाब से किराया होगा। और ट्रेन की बात करें तो अनुमानित 1000₹ के आसपास।


FAQ

Frequently Asked Questions

Q: मसूरी की सैर करने (घूमने) कब जाएं?
A: गर्मी के मौसम यानी मई और जून के महीने में मसूरी की सैर का प्लान बनाये।.

Q: मसूरी से नैनीताल के बीच दूरी कितनी है?
A: मसूरी से नैनीताल के बीच 310 किमी. की दूरी है।.

Q: मसूरी किस के लिए ज्यादा प्रसिद्ध है?
A: मसूरी एक हिल स्टेशन है । हिल स्टेशन के लिए ही प्रसिद्ध है। इस हिल स्टेशन पर ऊंचे - ऊंचे पहाड़, प्राकृतिक झरने, मंदिर, भगवान प्रद्त प्राकृतिक सुंदरता का रोमांचकारी लुफ्त उठाया जा सकता है।.

Q: मसूरी का नाम मसूरी क्यों रखा गया?
A:मसूरी हिल स्टेशन में सबसे ज्यादा मसूर के पेड़ होते हैं, जिसकी वजह से इस स्थान का नाम मसूरी रखा गया।


निष्कर्ष
 इस आर्टिकल में हमने आपको मसूरी की सैर (घूमने) करने की जगह (Mussoorie me Ghumne ki Jankari), मसूरी घूमने की जानकारी दी, जिसेको फॉलो करके आप मसूरी हिल स्टेशन की यात्रा कर बहुत आसानी से कर सकते हैं। 

हमें आशा है, कि यह पोस्ट आपको बहुत अच्छा लगा होगा। यदि इस लेख से संबंधित कोई भी सवाल हो, तो आप लोग कमेंट करके जरूर पूछ सकते हैं।

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